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Hari Ka Naam Sumir Sukh dham Bhajan हरि का नाम सुमिर सुख धाम भजन

हरि का नाम सुमिर सुख धाम.....


स्थाई: हरि का नाम सुमिर सुख धाम, 
जगत में जीना दो दिन का ।।

पाप कपट कर माया जोड़ी, 
गरब करे धन का ।
सभी छोड़ कर चला मुसाफिर, 
वास हुआ वन का ॥

सुंदर काया देख लुभाया, 
लाड करे तन का।
छूटा श्वास बिखर गई देही, 
ज्यूं माला मणका ॥

यह संसार स्वप्न की माया, 
मेळा पल छिन का।
ब्रह्मानंद भजन कर बंदे, 
नाथ निरंजन का ॥
      ✽✽✽✽✽

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