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फ़रवरी 27, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Thane Vinati Karu Me Barambar Mataji Bhajan Lyrics थांने विनती करुँ मैं बारम्बार

थांने विनती करुँ मैं बारम्बार   स्थाई:-   थांने विनती करुँ मैं बारम्बार, जगदम्बा म्हारी अरजी सुणो।  मैं लुळ लुळ लागूं थारे पाँव, करणी माता अरज सुणो।। बीकोजी ने वचन दियो माँ,  गढ़ रे नींव लगाय।  देशनोक में भवन बणायो, बीकाणो नगर बसायो। । सेको जी सुल्तान कैद में, घर बाई रो ब्याव।  बणत कावली पकड़ पंजा में, फेरां सूं पेली पहुँचाय।। गंगासिंह रे रही मदद में, अंग्रेजो री वार।  अंग्रेजो ने कुबद कमाई, सूतोड़ो सिंह ने जगाय।। सिंह गरजकर आयो गंग पर, हाथळ रोकी जाय।  मेहर भई जगदम्बा थारी, सिंहड़े ने दियो रे भगाय।। गाँव सियाणो जात ब्राह्मण, दलूराम कथ गाय।  करणी सिंह पर अबथल रखियो, देशनोक वाली माँय।।           ✽✽✽✽✽   यह भजन भी देखे  Kaya Nagar Re Bich Me काया नगर रे बीच में रे लहरिया Santh Padhare Panwana Mhari Heli संत पधारे पांवणा महारी हेली Hari Ne Hiye Ne Dhara Re Bhajan Lyrics Bhilani Rangili Bhajan Lyrics भीलणी रंगीली Maat Pita Or Guru Charno मात पिता और गुरु चरणों ...

Sant Likhmidas Ji Ki Aarti संत लिखमीदास जी की आरती

संत लिखमीदास जी की आरती ..... स्थाई: आरती गुरु लिखमों जी री कीजे , तन मन अन्य चरण चित्त दीजे॥   आरती गुरु लिखमों जी री कीजे ,  आरती गुरु लिखमों जी री   कीजे। गुरु लिखमों जी भगत अवतारी , प्रभु चरणों री भगती धारी॥   आरती गुरु लिखमों जी री कीजे ,  आरती   गुरु लिखमों जी री कीजे। नित प्रति कथा कीर्तन जावे ,  लिखमों जी रो प्रभु रूप बणावे॥   आरती गुरु लिखमों जी री कीजे , आरती गुरु लिखमों जी री कीजे। भक्ति री खेती आप निवजाई , दुनियाँ दरश करण ने आई ॥   आरती गुरु लिखमों जी री कीजे ,  आरती गुरु लिखमों जी री कीजे। माली कुलरी कीर्ति बढ़ाई ,  भक्त रूप में पदवी पाई॥   आरती गुरु लिखमों जी री कीजे ,  आरती गुरु लिखमों जी री कीजे। अमरपुरा रा भक्त अनुरागी ,  संत लिखमों जी   है बड़भागी॥   आरती गुरु लिखमों जी री कीजे ,  आरती गुरु लिखमों जी री कीजे। भक्तों री आरती जो कोई गावे ,  माली स...

Agar Hai Shok Milne Ka Bhajan अगर है शौक मिलने का

अगर है शौक मिलने का  स्थाई:-  अगर है शौक मिलने का, तो हरदम लौ लगाता जा।  जलाकर खुद नुमाई को, भस्म तन पर लगाता जा। । पकड़कर इश्क़ का झाड़ू, सफा कर हिजर-ए-दिल को।  दुई की धूल को लेकर, मुसल्लाह पर उड़ाता जा। । मुसहल्ल फाड़ तसबी तोड़, किताबें ड़ाल पानी में।  पकड़ तू दस्त फिरस्तों का, गुलाम उनका कहता जा। । न मर भूखा न रख रोजा, न जा मस्जिद न कर सजदा।  वजू का तोड़ दे कुंजा, शराब-ए-शौक पीता जा । । हमेशा खा हमेशा पी, न गफलत से रहो इक दम।  नशे में सैर कर अपनी, खुद ही को तू जलाता जा। । नहीं मुल्ला नहीं ब्राह्मण, दुई की छोड़ कर पूजा।  हुक्म है शाह कलन्दर का, अनल-हक़ तू कहता जा । । कहे मंसूर मस्ताना, मैंने हक दिल में पहचाना।  वहीं मस्तों का मैखाना, उसी के बीच आता जा । ।                              ✽✽✽✽✽   यह भजन भी देखे  Yaad Kyu Na Aaegi याद क्यूँ न आएगी Choti-Choti Gaiya छोटी-छोटी गईयाँ Punam ki He Raat पूनम की...

Heli Chale To Hari Mil Jaye Bhajan हेली चाले तो हरी मिल जाय

हेली चाले तो हरी मिल जाय.....  स्थाई:-  हेली चाले तो हरी मिल जाय, गगन पर देशड़लो।               गगन पर देशड़लो।। अधर धार करता का मेला, शून्य शिखर चढ़ जाय।  तीन लोक पर अमर अखाड़ा, काल न परसे जमराय।। पाँच तत्व तीनों गुण भेळा, ऊँचा अलख लखावे।  निराकार निरुप ब्रह्म में, सर्गुण सेण मिलावे।। श्रोता वक्ता दोनों ही थाके, उलझ रहे सुलझाय।  स्वर्ग नरक की राह निराली, भरम्योड़ा ही गोथा खाय।। पग बिन चले नैण बिन निरखे, परख लिया निरवाण।  चढ़ गयी सुरत अमर धर वासा, मगन भई है पिव जाण।। पीव मिल्या परमानन्द पाया, सागर बूंद समाय।  रामानन्द रा भणत कबीरा, रज में रज मिल जाय।।                      ✫✫✫✫✫   यह भजन भी देखे  Sinvaru Pratham Nit Tumko सिंवरू प्रथम नित तुमको Aawano Padela Satguru आवणो पड़ेला सतगुरु kelasho Re Mae Re कैलाशो रे माँय रे Biksha Dewo Ni Mata Pingala भिक्षा देवो नी माता पिंगला Chanani Bhadav Ri Re Bi...