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मार्च 13, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Santo Vali Togadi Bhajan Lyrics संतो वाली टोगड़ी

संतो वाली टोगड़ी  दोहा:- संत हमारी आत्मा और मैं संतन की देह।  रोम-रोम में रम रया प्रभु, ज्यूं बादळ में मेह।। संत मिल्या इतना टले, काल जाल जम चोट।  शीश नमाया गिर पड़े भाई, लख पापों री पोट। ।    स्थाई:- कुरमुर कुरमुर पगल्या बाजे, कौन जिनावर जाय।  संतो वाली टोगड़ी, अरे साधों वाली  टोगड़ी।  संतो वाली टोगड़ी ने चीतरो लियो जावे, हरामी  चीतरो रे, टोगड़ी मत मारो भोळा साध री रे जियो, राम सा जियो, पीर सा जियो, जियो रे भाई जियो।। अरे गायां चाली गोरवे रे राम, भैस्यां पीवण जाय।  संतो वाली टोगड़ी रे, सामी कांखड़ जावे,  हरामी  चीतरो रे, टोगड़ी मत मारो भोळा साध री रे जियो, राम सा जियो, पीर सा जियो, जियो रे भाई जियो।। हाथ में सोने रो चुटियो, रामदेव धणी आवे।  संतो वाली टोगड़ी ने घेर-घेर ने लावे,  हरामी  चीतरो रे, टोगड़ी मत मारो भोळा साध री रे जियो, राम सा जियो, पीर सा जियो, जियो रे भाई जियो।। गाँव में जुड़िया में बापजी, जाट रूपजी बोले।  संतो वाली टोगड़ी आ, अमरापुर में बोले,...

Maharaj Devare Rang Lago Ramdevji Bhajan Lyrics महाराज देवरे रंग लागो

महाराज देवरे रंग लागो (धुन:- खेतेश्वर खेड़ा में जनमिया) स्थाई:- शुभ घड़ी ने वार आठम रो, आज पीरा रो दिन आछो।  नम रा तो नेजा रोपिया, दशम रो जम्मो जागो, महाराज देवरे रंग लागो।। दूर देश रा आवे जातरू , अब मेलो भरवा लागो।  लीले घोड़े कर असवारी, आप धणी फिरवा लागो।। धिरत मिठाई चढ़े चूरमो, नरेला रो ढिग लागो।  सोहन छत्र चढ़े सर ऊपर, रूपियाँ कलश भरवा लागो।। आंधियाँ ने बाबो देवे आँखिया, कोढ़ियाँ कलंक झड़वा लागो।  बांझियाँ ने बाबा पुत्र दिरावे, अब परचो पड़वा लागो।। घणा दिनां री नींद बापजी, ऊंड़ी नींद सूता जागो।  जाट रूप जी भजे राम ने, कर दर्शण पायें लागो।।                                 ✽✽✽✽✽    यह भजन भी देखे  Tu Shabdo Ka Daas Re Jogi तू शब्दों का दास रे जोगी Khelo Mota Chauk Me खेलो मोटा चौक में Meh Thane Sinvaru Gajanand Deva Bhajan Lyrics मैं थाने सिंवरू गजानन देवा Laga Baan Mhare Shabad Gura Ra लागा बाण म्हारे शबद गुरां रा Nath Amali Re Mha...

Garba Maa Na Darshan Ne Hal Bhajan Lyrics गरबा...माँ नां दर्शन ने हाल

गरबा...माँ नां दर्शन ने हाल..... स्थाई: हेऽऽ सुन्धा जी रो डूंगरो आछो लागे रे म्हाने। सुन्धा जी रो डूंगरो प्यारो लागे रे म्हाने , माँ ना दर्शन ने हाल॥ ए हालो हालो , माँ ना दर्शन ने हाल। ए हालो हालो , हालो सुन्धा जी रे धाम॥   हेऽऽ कुंकुं वरणी धरती प्यारी ,  ज्यां में चामुण्डा रो धाम , ए हालो हालो , हालो सुन्धा जी रे धाम॥   हेऽऽ ऊँचो मिंदर सोवणो ए , शोभा रो नहीं पार , ए हालो हालो , हालो सुन्धा जी रे धाम॥   हेऽऽ देशी घिरत रा दीवा जळे रे , उजळो चामुण्डा रो द्वार , ए हालो हालो , हालो सुन्धा जी रे धाम॥   हेऽऽ मोटी जग में माँ चामुण्डा , महिमा अपरम्पार , ए हालो हालो , हालो सुन्धा जी रे धाम॥   हेऽऽ साँचा मन सूं जो कोई सिंवरे , पूरा होवे सब काज , ए हालो हालो , हालो सुन्धा जी रे धाम॥   चुन्नीलाल यूं विनती करे माँ , सबरी करजो स्याय , ए हालो हालो , हालो सुन्धा जी रे धाम॥             ✽✽✽✽✽ ❤ यह भजन भी देखे   ❤ Mann Ki M...

Hath Kabiro Nahi Aawe Bhajan Lyrics हाथ कबीरो नहीं आवे जी

हाथ कबीरो नहीं आवे जी.....  स्थाई:- क्यूं नैणां भरमावे   हाथ कबीरो नहीं आवे जी।                क्यूं नैणां भरमावे जी। । अमर लोक से आई अप्सरा, गल मोतियन री माला जी।  नाच कूद ने तान बजावे, कबीर करुँ भरतारा जी।  क्यूं नैणां भरमावे जी। । जोगी मोया जती मोया, शंकर नेजाधारी जी।  पहाड़ो रा अवधूत मोया, अब कबीर थारी बारी जी।  क्यूं नैणां भरमावे जी। । रूपों पेहर ने रूप बतावे, सोनो पहर रिझावे जी।  नाच कूद ने निरत बतावे, तोई कबीर ना रिझावे जी।  क्यूं नैणां भरमावे जी। । इन्दर बरसे ने धरती भीजे, पत्थर रो काई भीगे जी।  मत कर सुरता आटक झाटक,  तोई कबीर ना रिझावे जी।    क्यूं नैणां भरमावे जी। । जात जुलावो नाम कबीरो, है काशी रो वासी जी।  म्हाने मन में एड़ी आवे, एक माता दूजी मासी जी।  क्यूं नैणां भरमावे जी। । पाँच इन्द्रियाँ वश में कीनी, बांधी काचे धागे जी।  रामानन्द रा भणे कबीरा, सूती सुरता जागी जी।  क्यूं नैणां भरमावे जी। । ...

Aarti Kara Gurudev Tumhari Lyrics आरती करां गुरुदेव तुम्हारी

आरती करां गुरुदेव तुम्हारी ...   स्थाई :   आरती करां गुरुदेव तुम्हारी। सतगुरु श्याम सकल संतारी ॥ धन गुरु श्याम सर्व भक्तां री ॥   पहली आरती धवल वासक री। कच्छ - मच्छ कोरम सात समन्दर री ॥   दूजी आरती धरण गिगन री। चन्द्रमा सूरज और तारामण्डल री ॥   तीजी आरती ब्रह्मा विष्णु शिव री। दश अवतार चार वेदों री॥   अखण्ड आरती में सकल मनावां। कहे नवलो गुरु चरणां में रेह वां ॥         ✽✽✽✽✽ ❤ यह भजन भी देखे   ❤ Bhiksha Dewo Ni Mata Pingala Bhajan Lyrics Bega Bega Awo Ni Mataji Bhajan Lyrics Sadhu Bhai Esi Chai Chalai Bhajan Lyrics Sabh Re Swarath Wala Logh Bhajan Lyrics Meera Ra Maharaj Ubha Rijo Lyrics

Heli Mhari Bahar Bhatke Kai Bhajan Lyrics हेली म्हारी बाहर भटके काँहि

हेली म्हारी बाहर भटके काँहि  स्थाई:-  हेली म्हारी बाहर भटके काँहि,  थारे सब सुख है घट माँहि।। हेली म्हारी घट में ज्ञान विचारो,  थारे कुण है बोलण वालो।  हेली म्हारी उण री करो ओलखाई, थारो जनम मरण मिट जाई।। हेली म्हारी ईड़ा पिंगला नाड़ी,  तां में सुकमण सेज संवारी।  हेली ज्यूं मिले पुरुष से प्यारी,  जां में कौण पुरुष  कौण नारी।। हेली म्हारी गगन में घुरे निशाणा,  ज्यारां मरम कोई कोई जाणा।  हेली कोई जाणे संत सुजाना,  जिन ब्रह्म तत्व पहचाना।। हेली म्हारी बाजे बीन सितारा,  जठे शंख मुरली झणकारा।  हेली म्हारी सोहम चमकत तारा,  जठे बिना ज्योत उजियाला।। हेली म्हारी बाजे अनहद तूरा,  जहां पहुंचे संत कोई शूरा। हेली म्हारी मिले " कबीर सा " गुरु पूरा,  वहां नानक चरण की धूरा।।                       ✬✬✬✬✬ ❤ यह भजन भी देखे   ❤ Piyo Raamras Pyasa Santo Bhajan Lyrics Diwana Radhe Ka Bhajan...

Jivada Amal Kalje Lago Bhajan Lyrics जिवड़ा अमल कालजे लागो

जिवड़ा अमल कालजे लागो  स्थाई:- आज म्हारो मनड़ो हुआ वैरागी, उठे सवारणो वेगो रे, जिवड़ा ! अमल कालजे लागो।। घर वाली ने हेलो मारियो, देवे नी लोटो आगो रे, जिवड़ा ! अमल कालजे लागो।। घर वाली ने हेलो मारियो, देवे नी चुतियो आगे रे, जिवड़ा ! अमल कालजे लागो।। अलिये गलिये फिरे भटकतो, करे अमल ने आगो रे, जिवड़ा ! अमल कालजे लागो।। जाय अमल्यो में नीचो रे बैठो, गोडों रे बिच में माथो रे, जिवड़ा ! अमल कालजे लागो।। एक हथेली, दूजी हथेली, तीजी पीवण लागो रे, जिवड़ा ! अमल कालजे लागो।। हाड गले ज्यों रा माँस गले रे, डगमग डगवा लागो रे, जिवड़ा ! अमल कालजे लागो।। गाडो बेचियो ने बलद बेचियो, घर ने बेचण लागो रे, जिवड़ा ! अमल कालजे लागो।। कहत कबीर सुणो भाई साधो, अमल राखजो आगो रे, जिवड़ा ! अमल कालजे लागो।।                   ✽✽✽✽✽    यह भजन भी देखे  Balihari Jau Mhara Satguru Ne बलिहारी जाऊं म्हारा सतगुरु ने Kalo ke Mahakal Kehwawo कालो के महाकाल केवावो Udata Pankheru Vivah Mandiyo उड़ता पंखे...

Guru Kitna De Updesh Bhajan Lyrics गुरु कितना दे उपदेश, मूरख थारे

गुरु कितना दे उपदेश, मूरख थारे  स्थाई:-  गुरु कितना दे उपदेश थारे, एक नहीं लागे।  एक नहीं लागे रे मूरख थारे, एक नहीं लागे।  गुरु कितना दे उपदेश मूरख थारे,  एक नहीं लागे।। सूखा लकड़ा ने घणो-घणो पियो नहीं, पान फूल लागे।  इण कागला ने घणो बणायो, तरहा-तरहा बोले।। इण कायर रे बांध्यो सेंवरो, करियो फौज आगे।  भाला री आ अणि देखने, दूरो-दूरो भागे।। इण नुगरा ने ज्ञान बतायो नहीं, ज्ञान ध्यान लागे।  अमल ने तो घणो घोलियो, तो भी जहर आवे।। रामानन्द गुरु पूरा मिलिया, अकरा भरम भागे।  कहे कबीर सुणो भाई साधु, मेरा देश आगे।। गुरु कितना दे उपदेश थारे, एक नहीं लागे।  एक नहीं लागे रे मूरख थारे, एक नहीं लागे।  गुरु कितना दे उपदेश मूरख थारे,  एक नहीं लागे।।                        ⚝⚝⚝⚝⚝    ❤ यह भजन भी देखे   ❤ Hari Ne Hiye Ne Dhara Re Bhajan Lyrics Dholi Dholi Re Dhwaja Bhajan Lyrics Chanda Chup Ja Re Bha...