।। खम्मा खम्मा रामा रुणिचे रा धणिया।। श्लोक: बाज रहया हे तन्दूरा , बाबा रे दरबार , खम्मा खम्मा गावे है , झांजर री झंकार।। खम्मा खम्मा हो रामा रुणिचे रा धणिया , थाने तो ध्यावे आखो मारवाड़ हो , आखो गुजरात हो , हो अजमाल जी रा कवरा।। भादु रे डी दूज ने चमकियो जी सितारों , पालनिया में झूलन आयो , आयो पालन हारो , द्वारिका रा नाथ झूले पालनिये , हो अजमाल जी रा कवरा।। बडोरा विरमदेव ने छोटा रामदेवजी , धोरा री धरती में आया , आया रामापीरजी , कुंकु रा पगलिया माण्डिया आंगनिये , हो रामा कुंकु रा पगलिया माण्डिया आंगनिये , हो अजमाल जी रा कवरा।। सिरपे किलंगी तुर्रो केसरिया हे जामो , भक्ता री भीड़ आवे भोलो पीर रामो , भक्ता रो मान बढ़ावनिया , हो रामा भक्ता रो मान बढ़ावनिया , हो अजमाल जी रा कवरा।। माता मैणादे जारा पिता अजमालजी , सुगणा रा वीर रानी मेतल रा भरतार जी , जगमग ज्योत जगवाणिया , हो रामा जगमग ज्योत जगवाणिया , हो अजमाल जी रा कवरा।। डाली बाई बाबा थारा पगलिया पखारती , ...