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अप्रैल 19, 2020 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Khamma Khamma Rama Ranuche Ra Bhajan Lyrics खम्मा खम्मा रामा रुणिचे रा धणिया

।। खम्मा खम्मा रामा रुणिचे रा धणिया।। श्लोक: बाज रहया हे तन्दूरा ,  बाबा रे दरबार , खम्मा खम्मा गावे है ,  झांजर री झंकार।। खम्मा खम्मा हो रामा रुणिचे रा धणिया , थाने तो ध्यावे आखो मारवाड़ हो , आखो गुजरात हो , हो अजमाल जी रा कवरा।। भादु रे डी दूज ने चमकियो जी सितारों , पालनिया में झूलन आयो , आयो पालन हारो , द्वारिका रा नाथ झूले पालनिये , हो अजमाल जी रा कवरा।। बडोरा विरमदेव ने छोटा रामदेवजी , धोरा री धरती में आया ,  आया रामापीरजी  , कुंकु रा पगलिया माण्डिया आंगनिये , हो रामा   कुंकु रा पगलिया माण्डिया आंगनिये , हो अजमाल जी रा कवरा।। सिरपे किलंगी तुर्रो केसरिया हे जामो , भक्ता री भीड़ आवे भोलो पीर रामो , भक्ता रो   मान बढ़ावनिया ,  हो रामा भक्ता रो   मान बढ़ावनिया ,  हो अजमाल जी रा कवरा।। माता मैणादे जारा पिता अजमालजी , सुगणा रा वीर रानी मेतल रा भरतार जी , जगमग ज्योत जगवाणिया , हो रामा   जगमग ज्योत जगवाणिया , हो अजमाल जी रा कवरा।। डाली बाई बाबा थारा पगलिया पखारती , ...

Diwana Tera Aya Baba Teri Nagari Bhajan Lyrics दीवाना तेरा आया बाबा तेरी

दीवाना तेरा आया, बाबा तेरी स्थाई:-  दीवाना तेरा आया , बाबा   तेरी नगरी में , नजराना दिल का लाया रे बाबा , नजराना दिल का लाया , बाबा   तेरी नगरी में।। आते हे तेरे दर पे , दुनिया के लाखो नर और नारी , में भी मंगता आया रे बाबा , में भी मंगता आया , बाबा   तेरी नगरी में।। मै दीवाना ,  मै दीवाना , मै दीवाना हो गया , मै दीवाना ,  मै दीवाना , मस्ताना हो गया।। तेरे दर पर सब बराबर , कोई बड़ा ना छोटा , झोली में खाली लाया , बाबा तेरी नगरी में।। मै दीवाना , मै दीवाना , मै दीवाना हो गया , मै दीवाना ,  मै दीवाना , मस्ताना हो गया।। रूणिचा छोड़ कर मै , कहि और कैसे जाऊं , सब कुछ है यही पाया रे बाबा , बाबा तेरी शिर्डी में।   सब कुछ है यही पाया , बाबा तेरी नगरी में।। मै दीवाना ,  मै दीवाना , मै दीवाना हो गया , मै दीवाना ,  मै दीवाना , मस्ताना हो गया।। पिरो के पीर बाबा , सारा जग तेरी सकलाई , दिया प्रेम का जलाया , बाबा तेरी नगरी में।। मै दीवाना ,  मै दीवाना...

Bhakt Khada He Dwaar Aap Re Bhajan Lyrics भगत खड़ा है द्वार आप रे

भगत खड़ा है द्वार आप रे स्थाई:-    भगत खड़ा है द्वार आप रे, किण रे भरोसे ए। । थारे भरोसे ओ गुरूजी,  थारे भरोसे रे।  थारे भरोसे ओपीपाजी,  थारे भरोसे रे। । नगर नगर में पीपाजी रा, मोटा बणिया धाम।  सगळा मिल दर्शन ने आवे, पूरण होवे काम।  जय जयकारा करता आवे, किण रे भरोसे रे। । द्वारिकाधीश रे संग विराजे, शोभा अपरम्पार।  नगर-नगर और डगर-डगर में, होवे जय जयकार।  मनोकामना पूरण होवे, किण रे भरोसे रे। । सांवरिया रा दर्शन करवा, द्वारिका पहुँच्या जाय।  बोले पुजारी हरि विराजे, रतना सागर माँय।  कूद पड्या सागर में वे तो, किण रे भरोसे रे । । अहिंसा उपदेश दिरायो, सिंह शरण में आय।  हिंसा छोड़ दे पड्यो शरण में, दया मन रे माँय।  वन में जाकर करी तपस्या,  किण रे भरोसे रे । । चेत पूनम ने मेलो लागे, आवे नर ने नार।  पीपाजी री महिमा मोटी, पायो कोनी पार।  भगत आय ने ध्यान लगावे,  किण रे भरोसे रे । । पीपाजी री महिमा कोई, प्रकाश माली सुणवाय।  भवसागर सूं पार करावो, द्वार खड़ा है आय। ...