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मई 15, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Manva Rakhe ni Vishwas Bhajan Lyrics मनवा राखे नी विश्वास

मनवा राखे नी विश्वास दोहा:- सुन्दर चिन्ता मत करे, काहे को बिबलाय।  पेट दिया जिण राम ने, आप देवेला आय। । अजगर करे न चाकरी, पंछी करे ना काम।  दास मलूका कह गये, सबके दाता राम।। स्थाई:-  मनवा राखे नी विश्वास, रामजी ने भूले काँहि रे।  भूले काँहि रे,  राम  ने भूले काँहि रे। । नव दस मास गरभ में भाई, आफत खाई रे।  जन्म्या पेला दूध थनां में, पीवा ताँहि रे। ।   कीड़ी ने कण देवे सांवरो मण, हाथी  ताँहि रे।   अजगर पड़ियो उजाड़ में, जिने पूरे सांई रे । । जल में पूरे थल में पूरे, पहाड़ो रे माँहि रे।  चुगवा ने मोती मिले भाई रे, हंसा  ताँहि रे। ।   रामानन्द गुरु पूरा मिलिया, सेण बताई रे।  कहत कबीर सुणो भाई सन्तों, धोखा नाँहि रे। ।                         ✬✬✬✬✬    यह भजन भी देखे  Rus Gayo Nandlaal Haar Gaya रूस गयो नन्दलाल हार गया Lelo Ji Ramji Ro Naam ले लो जी ले लो, रामजी रो नाम Aa Gadoli ...

Dasi Dekh Ne Darshan Dijo Bhajan Lyrics दासी देख ने दरसण दीजो

दासी देख ने दरसण दीजो   दोहा:- कृष्णा तो   मत जाणियो, तों बिछड्यो मोहे चेन।  जैसे जल बिन मछली, वा तड़फ रही दिन रैन।। स्थाई:- भमर भालो धणी हाथ में, पेहऱण केसरियो बानो जी।  दासी जाण ने दर्शन दीजो, परम नाम से लागी जी। । आपरे कारणिये बाग लगावूँ , घूमण रे मिस आवो जी।  दासी जाण ने दर्शन दीजो, परम नाम से लागी जी। । रंग महल में झूला  लगावूँ , झूलण रे मिस आवो जी।  दासी देख ने दर्शन दीजो, परम नाम से लागी जी। ।   उण्डा ओरा में ढालूं ढोलियो, पोढण रे मिस आवो जी।  दासी जाण ने दर्शन दीजो, परम नाम से लागी जी। । ऊँचा ऊँचा होद चिणावूँ , नावण रे मिस आवो जी।  दासी जाण ने दर्शन दीजो, परम नाम से लागी जी। । खीर खाण्ड रा भोजन बणावूं , जीमण रे मिस आवो जी।  दासी देख ने दर्शन दीजो, परम नाम से लागी जी। । मथुरा वन में गायां चरावो, मुरली री राग सुणावो जी।  दासी जाण ने दर्शन दीजो, परम नाम से लागी जी। ।   बाई मीरा री अरज विणती, जग-जग चरणा राखो जी।  दासी देख ने दर्शन दीजो, परम नाम से लागी जी। ।           ...