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अक्टूबर 28, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Haa Re Satguru Aawola Bhajan हाँ रे सतगुरु आवोला

हाँ रे सतगुरु आवोला......   दोहा:-   सतगुरु आवत देखिया , ज्यां रे कांधे लाल बंदूक। गोली दागी हरी नाम री , भाग गया जम दूत।। स्थाई:-   हाँ रे सतगुरु आवोला ,  हाँ रे सतगुरु आवोला।   इमरत रा प्याला कद म्हाने पावोला , सतगुरु आवोला।। मैं अज्ञानी नींद में सूतो , कद म्हाने आय जगावोला।   हिवड़ो म्हारो घणो अलूणो , धीरज बंधावोला , सतगुरु आवोला।। दरसण सारुं म्हारा नैण दुखी है , कद म्हाने दरश दिखावोला।   हरिये वन रा दरखत सूना , कद जल बरसावोला ,, सतगुरु आवोला।। मोटा-मोटा जोध लड़े घट भीतर , कद वांने मार हटावोला।   शील सन्तोष दया धरम , हिरदे ठहरावोला , सतगुरु आवोला।। जीव आतम में भेद पड्यो है , कद म्हारो भेद मिटावोला।   गोपेश्वर अंजनेश्वर शरणे , पार लगावोला , सतगुरु आवोला।।             ✽✽✽✽✽ यह भजन भी देखे  Paav Me Ghungharu Bandh Ke Naache Bhajan Lyrics पाव में घुंगरू बाँध के नाचे Bhuriya Baba Bhajan Lyrics भूरिया बाबा Gujari Chali Mela Me गुजरी चाली मेला में Bhakt K...

Mharodo Sandesho Mhara Guruji Ne Dije Bhajan म्हारोड़ो संदेशो म्हारा गुरीजी ने

म्हारोड़ो संदेशो म्हारा गुरीजी ने......   स्थाई :-   म्हारोड़ो संदेशो म्हारा गुरूजी ने दीजो।   सेवक ने शरणां में लीजो रे , म्हारोड़ो संदेशो म्हारा गुरूजी ने दीजो।। काया रो देवल म्हाने लागे है काचो , साँचोड़ो मारग दिखला दीजो रे , म्हारोड़ो संदेशो म्हारा गुरूजी ने दीजो।। काया तजे हंसो उड़ कठे जावे , वो घर म्हाने बतला दीजो रे , म्हारोड़ो संदेशो म्हारा गुरूजी ने दीजो।। थे तो हो म्हारा गुरु मैं तो हूँ थारो , जनम-जनम भेला रहिजो रे , म्हारोड़ो संदेशो म्हारा गुरूजी ने दीजो।। ब्रह्म स्वरूपी म्हाने निजर नी आवे , दर्शण   म्हाने दीजो रे , म्हारोड़ो संदेशो म्हारा गुरूजी ने दीजो।।              ✽✽✽✽✽ यह भजन भी देखे  Kalo ke Mahakal Kehwawo कालो के महाकाल केवावो Beta Shravan Panido Pilay बेटा श्रवण पाणीड़ो पिलाय Ramdevji Ro Byaav Mandyo रामदेवजी रो ब्याव मंड्यो Vino Baje Sanwariya Thare Naam Ro विनो वाजे साँवरिया थारे नाम रो Lelo Ji Ramji Ro Naam ले लो जी ले लो, रामजी रो...

Gurasa Mhane Gyaan Batayo Bhajan गुरूसा म्हाने ज्ञान बतायो

 गुरूसा म्हाने ज्ञान बतायो दोहा:-   सुर दो माता सरस्वती , गुरुवर दीजो ज्ञान।               अन्न दो माता धरतरी , जल बरसो इन्द्र भगवान्।। स्थाई :-   गुरूसा म्हाने ज्ञान बतायो रे , जग झूठ लखायो रे।                 जग झूठ लखायो रे , आज म्हाने नेछो आयो रे।। गुरु रैण अंधारी रे , रजु सर्प निहारी रे।   रजु सर्प निहारी रे , भव लागो भारी रे   ।। मिरगा जल दीसे रे , कोई पीया न पीसे रे।   कोई पीया न पीसे रे , जल विशवावीशे रे   ।। कोई सीप अनूपा रे , कर जाण्या रूपा रे।   कर जाण्या रूपा रे , कोई भया ना भूपा रे।।   बंझिया सुत झूले रे , आकांशा फुले रे।   आकांशा फुले रे , सुन्दर ना भूले रे।।                 ✽✽✽✽✽ यह भजन भी देखे  Nugra Mat Rehna Ji नुगरा मत रहना जी O Ambeji Singh Chadhe Ne Sukarat Ful Gulab Ro Mhari Heli सुकरत फूल गुलाब रो म्हारी हेली Naath Niranjan Aarti Saajhe नाथ ...

Abh Me Guru Krishna Kar Jaanu Bhajan अब मैं गुरु कृष्ण कर जाणूं

अब मैं गुरु कृष्ण कर जाणूं......... स्थाई:-   अब मैं गुरु कृष्ण कर जाणूं , दूजा नहीं पिछाणूं।। करणी रो केसर , शील को चंदन , प्रेम को पाणी आणूं।   सूरत शिला पर खूब घसावूँ , लेकर तिलक चढ़ाऊँ।। भाव को भोजन प्रीत को प्राणी , ध्यान को धूप लगाऊँ।   सूरत नूरत दोई भरे हाजरी , श्वास को पवन चलाऊँ।। कृष्ण शबद का अर्थ बतलाऊँ , सोई बात परमाणूं।   पाँच पच्चीस करष कर डारे , सोई कृष्ण सत जाणूं।। नाथ जलन्धर प्रताप भयो जद , संत शरणागत जाणूं।   देवनाथ गुरु मिलिया अविनाशी , मान कहे यश जाणूं।।           ✽✽✽✽✽ यह भजन भी देखे  Mangal Bhawan Amangal Haari मंगल भवन अंमगल हारी Darudiya Ne Algo Balo Re दारुढिया ने अलगो बालो रे Aaj Bheruji Sonana Re Maay Bheruji Bhajan आज भेरुजी सोनाणा रे माय Fakiri Jivat Dhukhe Massan फकीरी जीवत धूके मसाण Ganesh Ji Aarti श्री गणेशजी की आरती CLOSE ADS CLOSE ADS

Ramdevji Ro Byaav Mandyo Bhajan Lyrics रामदेवजी रो ब्याव मंड्यो

रामदेवजी रो ब्याव मंड्यो........   स्थाई :-   रामदेवजी रो ब्याव मंड्यो रूणीचे।। सोने रे पाट बैठाय बाबो तेल चढ़्यो रूणीचे , हे , तेल चढ़्यो हल्दी रंग चढ्यो रूणीचे , अजमल जी रो कँवरो आज सज्यो है बींद बण्यो रूणीचे।। ढोल नगारा आज घुरया   आँगणिये।। बाई लाछा सुगणा नाचे गावे , कोड करे आँगणिये , हे , कोड करे भाई पीठी करे   आँगणिये , केसरिया बागो तुर्रा किलंगी बाबो बींद बण्यो   आँगणिये।। हिन्दवाणो सूरज चमके है , चमके है।। तंवराँ रो कँवरो बींद बण्योड़ो पलके है , पलके है , हे कमर कटारो हाथ में भालो भलके है , लीले अस्वारया आज बाबो मुलके है ,  मुलके है।। ओलो-दोलो निरखे बनड़ी , बनड़ो केड़ो फूटरो , ओलो-दोलो निरखे नेतल , बनड़ो केड़ो-केड़ो   फूटरो , ईने अजमल जी सिणगारियो ए नेतल बनड़ी बनड़ो   एड़ो   फूटरो , ईने अजमल जी सिणगारियो ए बनड़ी बनड़ो   एड़ो   फूटरो।। गेरो-गेरो निरखे बनड़ी बनड़ो केड़ो फूटरो , गेरो-गेरो निरखे   नेतल   बनड़ो   केड़ो-केड़ो   फूटरो , ईने बीरमदे   सिणगारियो ए बनड़ी बनड़ो ...

Baba Nicho Sarwar Ne Uncho Dewaro Bhajan बाबा नीचो सरवर ने ऊँचो देवरो

बाबा नीचो सरवर ने ऊँचो देवरो स्थाई :-   हे बाबा नीचो सरवर ने ऊँचो देवरो। हे थोरी धजा फरुखे असमान , सवायो लागे देवरो।। हे बाबा आंधला तो आवे थारे जातरू।   हे कोई आंधलो ने ओंखियो देराव ,  सवायो लागे देवरो।। हे बाबा कोढ़िया तो आवे थारे जातरू।   हे बाबा कोढ़ियो रो कलंक झड़ाय ,  सवायो लागे देवरो।। हे बाबा बांझिया तो आवे थारे जातरू।   हे बाबा बांझियो रा पालणा बंधाय ,  सवायो लागे देवरो।। हो बाबा हरजी भाटी री सुणजो वीणती।   हे बाबा शरणे आयां ने सोरा राख ,  सवायो लागे देवरो।।             ✽✽✽✽✽ यह भजन भी देखे  Ganpati Aaj Padharo गणपति आज पधारो, श्री रामजी की धुन में भजन Gaiye Ganpati Jag Vandan गाइए गणपति जग वंदन Nath Amali Re Mharo नाथ अमली रे म्हारो Das Gayo Kalo Beri डस गयो कालो बैरी Runjhun Baje Ghungara रुणझुण बाजे घुंघरा

Maharaj Gajanand Aawo Bhajan महाराज गजानंद आवो

महाराज गजानंद आवो मारी सभा में रंग बरसावो चियेथ गजानंद गणपति तो गणनायक गणराज रिद्धि सीधी सहित पाधरजो ने मारा पुरण कर्जो काज | सदा भवानी दाहिनी तो सन्मुख रहेत गणेश देवी देवता रक्षा करो श्री ब्रह्मा विष्णु महेश | सुंडाला दुःख भंजना तो सदा जी बाल ही भेष अरे सारू पहला सिवरिये श्री गवरी नन्द गणेश | पहला किन् ने मनावियो ने किनरा लहिजे नाम मात पिता गुरु आपना बीरा पलक पुरुष रो नाम | पलक पुरुष निर्वाण हे तो भाई जारी लिखे नहीं कोई जारी तो बीरा वो लिखे जो उन घर का होइ | उन घर का हुआ तो क्या हुआ ने तखत तलेरा होइ सकत तले रा सुरमा बीरा भजन विवेक होइ भजन विवेकि पारखु ने मारे सिर माथे रा मोड | ने सभ संताने बन्दगी   अपनी अपनी ढोड़ स्वर बिन मिले नहीं सरस्वती और गुरु बिन मिले नहीं ज्ञान अन्ह बिना हंसा उड चले तो बीरा जल बिना तजदे प्राण | स्वर दो मया सारदा ने गुरूसा दो माने ज्ञान अन्ह दो माता धरतरी तो मेह बरसो नी   भगवान सरस्वती मया को मनायके में गणपति धयान धरा और सतगुरु की आज्ञा पायके फिर में भजन करा | हे महाराज गजानंद आवो मारी सभा में...