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सितंबर 18, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Ayo Babo Narsi Re Bhajan Lyrics आयो बाबो नरसी रे, के भात कुण भजन लिरिक्स

आयो बाबो नरसी रे, के भात कुण  स्थाई :-  आयो बाबो नरसी रे, के भात कुण भरसी रे।  भात कुण भरसी रे, मायरो कुण भरसी रे। । टूटी फूटी गाड़ी लायो, ढ़ोलक मंजीरा संग में लायो।  तंदूरा बजाय आयो रे,  के भात कुण भरसी रे। । मोटा-मोटा तिलक वालो, मोटी-मोटी दाढ़ी वालो।  छोरा-छोरी डरसी रे,  के भात कुण भरसी रे। । तिलक छापा करने आयो,  मोटा-मोटा तूम्बा लायो।  नैनी लाजो मरसी रे,  के भात कुण भरसी रे। । जवा माचर खावे घणेरा, वटे नरसी रा डेरा दीना।  सींया मरतो मरसी रे,  के भात कुण भरसी रे। । राधा रूकमण संग में लायो, नैनी बाई रो मायरो भरियो।  रुपियाँ  रोकड़ भरसी रे, मोमेरो वो ही  भरसी रे। ।                             ✽✽✽✽✽   यह भजन भी देखे  Sang Chadhe Veer Hanuman संग चढ़े वीर हनुमान Bina Niwan Kun Tiriya बिना नीवन कुन तीरिया kelasho Re Mae Re कैलाशो रे माँय रे Biksha Dewo Ni Mata Pingala भिक्षा देवो नी ...

Samay Ka Ek Pahiya Chalta Bhajan Lyrics समय का एक पहिया चलता भजन लिरिक्स

समय का एक पहिया चलता.... दोहा: समय फूले वनराय,  समय सज्जन घर आवे । समय भौम छुट जाय,  समय नर फेर बसावे । समय डिगावे पुरूष को, समय फेर छत्र फिरे । बेताल कहे विक्रम सुनो,  समय करे नर क्या करे ॥ सदा रंक नहीं राव,  सदा मरदंग नहीं बाजे। सदा धूप नहीं छाँव,  सदा इन्दर नहीं गाजे । सदा न जौवन थिर रहे,  सदा न काळा केश । बेताल कहे विक्रम सुनो,  सदा न राजा देश ॥ सीत हरी दिन एक निशाचर,  लंक लहि वही दिन आयो । एक दिन पांडव गये वन में,  एक दिन से फिर छत्र धरायो । एक दिन नल तजी दमयन्ती,  एक दिन से फिर राज कमायो । सोच प्रवीण कहा करिये,  किरतार विशम्भर खेल रचायो ॥ समय-समय पर होत है,  समय-समय की बात । एक समय पर दिन है,  एक समय की रात ॥ स्थाई: समय का एक पहिया चलता है,  समय का एक पहिया चलता है। उस पहिए के साथ किसी का,  भाग्य बदलता है। समय का एक पहिया चलता है,  समय का एक पहिया चलता है ॥ लख घोड़ा लख पालकी,  जांके सिर पर छत्र धरे । सत्यवादी राजा हरिश्चन्द्र,  नीच घर नीर भरे । उन राजा के लाल को देखो,  बिन क...

Suti Hoti Sat Sej Me Bhajan Lyrics सूती होती सत सेज में म्हारी हेली भजन

सूती होती सत सेज में.....  दोहा:- कबीर सपने रैण के, भयो कलेजे छेक।  जद सोवूं जद दोय जणां, जद जागूं जद एक। । स्थाई:- सूती होती सत सेज में म्हारी हेली, जागे तो जतन करे।  जद जागूं जद एकली म्हारी हेली, रोय-रोय रुदन करे, म्हारी हेली, हालो सन्तां रे देश।  लागो भजनां रे वालो नेस म्हारी हेली,  हालो सन्तां रे देश।। पियाजी बिना म्हारे प्राण पड़े म्हारी हेली, जल बिन मछिया मरे।  कोई बताओ म्हारे श्याम ने म्हारी हेली, रंग भर रास रमे, म्हारी हेली,  हालो सन्तां रे देश।। छोड्यो पीवर छोड्यो सासरो म्हारी हेली, छोड़ दियो रंग भर देश।  पेरण पीताम्बर पेरिया म्हारी हेली, सिर पर भगवोड़ा वेश, म्हारी हेली,  हालो सन्तां रे देश।। धरा अम्बर बिच चालणो म्हारी हेली, नहीं पवना रो प्रवेश।  पिछमी वाट रे घाट पर म्हारी हेली, एडो दिवानो वालो देश, म्हारी हेली,  हालो सन्तां रे देश।। नहीं ऊगे नहीं आथवे म्हारी हेली, करोड़ भान परवेश।  'बनानाथ' उण देश रा म्हारी हेली, बार-बार आदेश, म्हारी हेली,  हालो सन्...

Kad Ferela Mala Dokariya Bhajan Lyrics कद फेरेला माला भजन

कद फेरेला माला दोहा:- आँख में पड़ रया जाला, नाक में बह गया नाला।  लाठी में पड़ रया तेरा पाल, डोकरिया कद फेरेला माळा।। स्थाई:- अरे  कद फेरेला माळा रे  डोकरिया कद फेरेला माळा। थांरा उड़ गया केश काला रे डोकरा, जिवड़ला, जिवड़ला, कदे फेरसी माळा, जी। । दीखे नहीं रे अब पड़े बाड़ में, करे माजको बाला।  घर की लुगाई थारो कहणो नी माने, उठे काळजा में झाळां रे।  डोकरिया कद रे फेरेला माळा।। बूढ़ो हुओ रे हमें लकड़ी पकड़ी, थारां धूजण लागा डाला।  मुखड़ा री शोभा दाँत पड़ गया, खाली रह गया आळा रे, डोकरिया कद रे फेरेला माळा।। माया रो तो मोह तो छोडियो नहीं जावे,राखे पेटियों रे ताला।  गाडी रे घोड़ा थारा पंचर वे गया, वटे जावणो पाळा रे, डोकरिया कद रे फेरेला माळा।। बेटा ने बेटी थारो कुटुम कबीलो, दिन बारहे रे रोवण वाळा।  तेरहवे दिन बाँटे रे जमीनों, तोड़ तिजोरियों रा ताला रे, डोकरिया कद रे फेरेला माळा।। बेटा ने परणाय लायो, घर में विनणियों रा सारा।  कद रे मरेला वाट उडीके, बैठा घर में सारा रे, डोकरिय...

Mhane Durga Roop Dikha Mhari Maa Bhajan Lyrics म्हने दुर्गा रूप दिखा म्हारी माँ भजन लिरिक्स

म्हने दुर्गा रूप दिखा म्हारी माँ....  स्थाई:-  म्हने दुर्गा रूप दिखा म्हारी माँ, म्हने दुर्गा रूप दिखा।  आदि भवानी माँ जगदम्बा, सिंह सवारी बेगी आ। । जनम-जनम सूं प्यासा म्हारा, नैण उडीके थांने।  निशदिन सिंवरूँ माँ जगदम्बा, दर्श दिखावो म्हाने।  भगतां री रखवाली अम्बा, भगतां ने ले कण्ठ लगा।। इण कलजुग में माँ जगदम्बा, एक आसरो थांरो।  दुखहरणी नवदुर्गा अम्बा, कष्ट हरीजो म्हारो। मन में कर विश्वास तिहारो, अम्बा थारे द्वार खड़ा।। मोटो थारो नाम भवानी, तू मोटी महाराणी।  ब्रह्मा विष्णु देव मनावे, पूजे दुनियाँ सारी।  तू मोटी दातार भवानी, अन धन रा भण्डार भरा।। महिषासुर ने मारण वाली, दुर्गा ने जग ध्यावे।  चण्ड मुण्ड ने मारण वाली,  दुर्गा ने जग ध्यावे।  माँ अम्बा रा दर्शण कर ने, मनचाया फल पावे।। महिमा नवदुर्गा री कोई, दास अशोक सुणावे।  बेड़ो अबके पर करिजो, हाथ जोड़ समझावे।  हाथ धरो मस्तक पर अम्बा, चरणां थारे शीश धरा।।                   ...

Bhagti Ra Marag Jhina Bhajan Lyrics भगती रा मारग झीणा भजन लिरिक्स

भगती रा मारग झीणा  दोहा:- केवे कमालि कबीर सा री चेली, समझ पकड़ ले मन सुआ।  घणा भगत आगे आया, घणा भगत आय-आय मुंआ। । स्थाई:- भगती रा मारग झीणा रे सन्तों,  भगती रा मारग झीणा।  थोड़ी समझ पकड़ मन सुआ, कमालि केवे भगती रा मारग झीणा। ।  एक नर बोमण दो नर बोमण,  बोमण घणा-घणा हुआ।  वेद पुराण री खबर नी जोणी, टिपणा वाच वाच मुंआ। । कमालि केवे भगती रा मारग झीणा। ।  एक नर मुस्लिम दो नर मुस्लिम, मुस्लिम  घणा-घणा हुआ। अल्लाह खुदा री खबर नी  जोणी, गोड़ा घस-घस  मुंआ। । कमालि केवे भगती रा मारग झीणा। ।  एक नर नाई दो नर नाई,  नाई  घणा-घणा हुआ। सेन भगत री खबर नी  जोणी,मोड़ा कर- कर  मुंआ। ।   कमालि केवे भगती रा मारग झीणा। ।  एक नर बाणियो दो नर  बाणियो , बाणिया  घणा-घणा हुआ। पाशर्वनाथ  री खबर नी  जोणी,मुंडा बांध- बांध  मुंआ। ।   कमालि केवे भगती रा मारग झीणा। ।   एक नर माली दो नर  माली ,  माली  घणा-घणा हुआ। सं...