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अगस्त 29, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Sharne Ayo Ri Devi Laaj Rakhjo Mataji Bhajan शरणे आयों री देवी लज्या

शरणे आयों री देवी लज्या..... स्थाई:-  शरणे आयों री देवी लज्या राखजो।  राखो नी छतर वाली छायां, म्हारी जरणी जोगमाया।। सोना रूपा री थारे ईटों पड़ाऊँला, थारो देवलियो चुणा ऊँला।  म्हारी जरणी जोग माया।। मोती मूंगिया अंतर मंगा ऊँला, सोवन कलश पुरा ऊँला। म्हारी जरणी जोग माया।। कुंकुं केशर री गार घला ऊँला, थारो देवलियो निपा ऊँला।  म्हारी जरणी जोग माया।। गोरी गाय रो घिरत मंगा ऊँला, दिवले री जोत जला ऊँला।  म्हारी जरणी जोग माया।। साधु संत थाने भेला करे ने, जागण जोर दिरा ऊँला। म्हारी जरणी जोग माया।। दोय कर जोड़ राजा मानसिंह बोले, शरणां शीश झुकाऊँला।  म्हारी जरणी जोग माया।।                    ✽✽✽✽✽     यह भजन भी देखे  Tera Raamji Karenge Beda Paar तेरा रामजी करेंगे बेड़ा पार Sant Sada Sukh Dhara संत सदा सुख धारा Das Gayo Kalo Beri डस गयो कालो बैरी Sambhalo Ni Sayal Ramdevji साम्भलो नी सायल रामदेवजी Jahar Diyo Jad Me Jaani जहर दियो जद म...

Dharti Mata Ro Bhajan Lyrics धरती माता रो

।। धरती माता रो ।। धरती माता रो वालो पेरू रे घागरो , मे तो अमर चुनरी ओढू ,   में तो संतो रे भेली रहु , में तो बाबो रे   भेली रहु , अरे आत्म पुरुष री छेली जी।। अरे चंदा सूरज मारे अंगने लगाऊ , में तो जरणो रो जाँजर पेरू , में तो संतो रे भेली रहु , में तो बाबो रे   भेली रहु , अरे आत्म पुरुष री छेली जी।। नव जोड़ी नाल थारी जोड़ी रे सजाऊ , अरे जद मारो माथो गुथाउ , में तो संतो रे भेली रहु , में तो बाबो रे   भेली रहु , अरे आत्म पुरुष री छेली जी।। अरे पारस ने सरहद पर राखु , गुंगर वाली गॉड में खेलु , में तो संतो रे भेली रहु , में तो बाबो रे   भेली रहु , अरे आत्म पुरुष री छेली जी।।        ✽✽✽✽✽   यह भजन भी देखे  Mataki Ko Makhan Kha Gayo Re मटकी को माखन खा गयो Bharat Bhai Kapi Se Urin भरत भाई ! कपि से उऋण Dhin Mata Dhin Dharti धिन माता धिन धरती Fakiri Manh Mare So Hi Sur फकीरी मन मारे सो ही शूर Guru Gyaani Aya Panwana गुरु ज्ञानी आया पांवणा CLOSE ADS ...

Kanudo Nachawe Thodi Naach Le Bhajan Lyrics कानूड़ो नचावे थोड़ी नाच ले

कानूड़ो नचावे थोड़ी नाच ले.....  स्थाई:- पगल्यां में थोड़ी पायल पहर ले, कानूड़ो नचावे थोड़ी नाच ले।  नाच ले रे राधा नाच ले रे,  पगल्यां में, रे  पगल्यां में, पगल्यां में थोड़ी पायल पहर ले, कानूड़ो नचावे थोड़ी नाच ले रे । ।     घेर घुमालो पहर गागरो, ठोकर सूं ठसरावे।  हाथां माँहि हरि-हरि चूड़ियाँ, नैणां सूं भरमावे।। माथे पर बेवड़लो गूजरी, चाल चले मतवाली।  कदम की डाल पे बैठो कन्हैयो, फोड़े मटक्यां सारी।। साथ में है सखियाँ सारी, जल जमना ने जावे।  नखराळो ओ कँवर कन्हैयो, लारे-लारे आवे।। वृन्दावन की कुंज गलिन में, कान्हो रास रचावे।  गोपियों संग राधा घर सूं, दौड़ी-दौड़ी आवे।। सांवरी सूरत मोहनी मूरत, मुरली मधुर बजावे।  चन्द्रसखि भज बाल की शोभा, हरख निरख गुण गावे।। पगल्यां में, रे  पगल्यां में,   पगल्यां में राधा पायल पहर ली , कानूड़े नचाई राधा नाच ली। ।                   ✽✽✽✽✽     यह भजन भी देखे  Vaari O G...