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फ़रवरी 17, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

The to Sancha Ho Tapdhari Bhajan थे तो साँचा हो तपधारी

थे तो साँचा हो तपधारी   दोहा :-  संत मिलन को चाहिए , तज माया   अभिमान।             ज्यूं ज्यूं पग आगे धरे , त्यूं त्यूं यज्ञ समान।। स्थाई :-  थे तो साँचा हो तपधारी राजेश्वर , सुण लो अरजी म्हारी।               सुण लो  अरजी   म्हारी   दयालु , राजाराम   अवतारी।। सम्वत उन्नीस सौ गुणचालिस , चेत सुदी नाम आवे।   कळबी कुल में राजाराम , थारो जनम कहावे।। जिला जोधपुर मारवाड़ में , शिकारपुरो है गाँव।   इण कलियुग में दुनियाँ सारी , सिंवरे थारो नाम।। बालपणा में बिन लाठी रे , वन में गाय चारी।   राम नाम रो सुमिरण कीनो , रया बाल ब्रह्मचारी।। दूर - दूर सु दर्शन करवा , लोग घणेरा आवे।   धुप दीप सूं करे आरती , मनचाया फल पावे।। सुन्दर बणियो धाम आपरो , महिमा जग में भारी।   केसाराम जी भक्ति भाव सूं , करे चाकरी थारी।। राजाराम जी थांरी महिम...