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मार्च 5, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

थाळी भर ने लाई खींचड़ो भजन लिरिक्स Thali Bhar Kar Lyayi Re Khichdo Bhajan Lyrics

थाळी भर ने लाई खींचड़ो..... Thali Bhar Kar Lyayi Re Khichdo स्थाई: थाळी भर ने लाई खींचड़ो,  ऊपर घी की वाटकी । जीमो म्हारा श्याम धणी,  जीमावे बेटी जाट की॥ बाबो म्हारो गाँव गयो है,  ना जाणे कद आवेला । उण रे भरोसे बैठो रयो तो,  भूखो ही मर जावेला । आज जीमाऊँ थांने खींचड़ो,  घाट राबड़ी काल की॥ बार-बार मन्दिर ने जड़ती,  बार-बार मैं खोलती । कईयां कोनी जीमो मोहन,  करड़ी-करड़ी बोलती । थे जीमो तो मैं जीमूंला,  मानूं ना कोई लाट की ॥ परदो भूल गई सांवरिया,  परदो फेर लगायो जी। धाबळिया रे ओळे बैठ ने,  श्याम खींचड़ो खायो जी । भोळा भाळा भगतां सूं,  सांवरियो कीनी नाटकी ॥ भक्ति हो तो करमा जैसी,  सांवरियो घर आवेला । भक्त मण्डल प्रभु चरणां माँहि,  हरख हरख जस गावेला। साँचो प्रेम प्रभु से हो तो,  मूरत बोले काठ की ॥ यह भजन भी देखे  Todi Koni Jawe Re Mohan Su Preetadli Bhajan Lyrics Fakiri Jivat Dhukhe Massan Bhajan Lyrics Chittorgarh Me Birajiya Bhajan Lyrics Bharat Bhai Kapi Se Urin Bhajan Lyrics Deenanath Meri B...