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मई 22, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Nar Tu Yha Kyu Aay Bhulano Bhajan Lyrics नर तू यहाँ क्यूं आय भुलानो

नर तू यहाँ क्यूं आय भुलानो.....  स्थाई:-  नर तू यहाँ क्यूं आय भुलानो।  बहुत अरज गरभ माँहि कीन्ही, प्रभु जी मेरी मानो।। कोल बोल सब ही तू बिसर् यो, जाग न भयो सयानो।  प्रभुजी भूल पड्यो जिव परवश, यम के हाथ बिकानो।। सुत नारी सूं केलि करानो, माया मोह लिपटानो।  नर देहि पाय पशु कर्म कीन्हा, राम सगो बिसरानो।। गुप्त प्रगट तू पाप करत है, सौ नहीं करता छानो।  काल केहरि सर ऊपर गाजे, निशदिन करत पयानो।। तज संसार विकार कर्म तज, हरि सूं बाणक बाणो।  रामचरण ऐसी करणी कर, आया जी घर जाणो।।                                   ✽✽✽✽✽    यह भजन भी देखे  Kanchan Wali Kaya कंचन वाली काया ए, सैलानी Aaj Bheruji Sonana Re Maay Bheruji Bhajan आज भेरुजी सोनाणा रे माय Sukarat Ful Gulab Ro Mhari Heli सुकरत फूल गुलाब रो म्हारी हेली Nirmohi Raja Ki Katha निर्मोही राजा की कथा Guru Jambheshwar Ji Ki Aarti गुरु जम्भेश्वर जी की आरती ...

Ek Daal Do Panchi Betha Bhajan एक डाल दो पंछी बैठा

एक डाल दो पंछी बैठा स्थाई:-  एक डाल दो पंछी बैठा, कौन गुरु कौन चेला।  गुरु की करणी गुरु भरेगा, चेला री करणी चेला रे  साधु भाई ! उड़ जा हंस अकेला।। माटी चुन-चुन महल बणाया, लोग कहे घर मेरा।  ना घर तेरा ना घर मेरा, चिड़िया रैन बसेरा।। कौड़ी-कौड़ी माया जोड़ी, जोड़ भरे ना थैला।  कहत कबीर सुनो भाई साधो ! संग चले ना अधेला।। बागवान ने बाग लगाया, बाग लगाया केला।  कच्चे पके की मर्म न जानी, तोड़ा फूल कंदेला। । ना कोई आता ना कोई जाता, झूठा जगत का नाता।  ना काहु की बहन भाणजी, ना कहु की माता।। ड्योढ़ी तक तेरी तिरिया जावे, खोली तक तेरी माता।  मरघट तक सब जाये बाराती, हंस अकेला जाता।। माटी से आया रे मानव, फिर माटी में मिलेला।  घिस घिस साबुन तन को धोया, मन को कर लिया मैला।  इस माया नगरी में रिश्ता, है तेरा और मेरा।  मतलब के संगी और साथी, इन सब ने है घेरा।। ये संसार कागज़ की पुड़िया, बूंद पड़े गल जाना।  ये संसार काँटो की बाड़ी, उलझ-उलझ मर जाना।। क्यों सोया उठ हुआ सवेरा, काल मरेगा सेला...

Batau Ayo Lewa Ne Bhajan बटाऊ आयो लेवा ने

बटाऊ आयो लेवा ने....( धुन:- म्हारा सतगुरु दीवी रे बताय ) स्थाई:- ओ म्हाने अबके बचा ले म्हारी माँय,  बटाऊ आयो लेवा ने। । आठ कोठड़ी दस दरवाजा, इण मंदिरिये माँय।  लुकती छिपती मैं फिरुँ,  लुकती रे छोड़े बैरी नाँय, बटाऊ आयो लेवा ने। । हाथ जोड़ कन्या कहे रे, सुण मायड़ म्हारी बात।  अबके बटाऊ ने पाछो कर दे, फेर चालूंली वां रे साथ , बटाऊ आयो लेवा ने। । सावण रा दिन सतरा बीत्या, आई तीज परभात।  रमण खेलण री मन में रह गई, छोड्यो सहेल्यों रो साथ, बटाऊ आयो लेवा ने। । मात-पिता और कुटुम कबीलो, फेरयो सिर पर हाथ।  पाँच भाया री बहन लाड़ली, कोई नी चाल्यो विण रे साथ, बटाऊ आयो लेवा ने। । कहत कबीर सुणो भाई संतो, यूं सासरिये जाय।  इण सासरिये सबने ही जाणो, ले लो रामजी रो नाम, बटाऊ आयो लेवा ने। ।                                ✽✽✽✽✽     यह भजन भी देखे  Dhin Mata Dhin Dharti धिन माता धिन धरती Bheruji Nana Nana Thare Baj...

Radha Lili Pili Sadi Bhajan Lyrics राधा ए लीली पीली

ए राधा ए लीली पीली......  स्थाई:- ए राधा ए राधा ए ! ए राधा ए ! लीली पीली साड़ी पहर, रास में तू ही तू दीसे रे। । ए राधा ए ! बंशी बजावे श्याम, कुंज में रास रचावे ए।  ए राधा ए ! आवे श्याम री याद, जीवड़ो घणो कालपावे ए। । ए राधा ए ! रातां नी आवे नींद, दिवस मोहे नहीं सुहावे ए।  ए राधा ए ! श्याम गया चितचोर, नैण म्हारा जल भर आवे ए। । ए राधा ए ! श्याम बिन सूनो देश,  मोहन बिन कछु न सुहावे ए।  ए राधा ए ! मोहन बेगो मिलाई, चन्द्रसखि यूं जश गावे ए। ।             ✽✽✽✽✽   यह भजन भी देखे  Neda Neda Rahijo Bhajan Lyrics Sinvaru Pratham Nit Tumko सिंवरू प्रथम नित तुमको Aawo Ni Padharo Mhare आवो नी पधारो म्हारे Ek Din Wo Bhole Bhandari एक दिन वो भोले भण्डारी Dheladi Marag Me kyu Byaahi Bhajan Lyrics ढेलड़ी मारग में क्यूँ ब्याही