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सितंबर 25, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Ghar Main Ragi Ghar Mein Bairagi Bhajan Lyrics घर में रागी, घर में वैरागी भजन लिरिक्स

घर में रागी, घर में वैरागी  स्थाई:-  घर में रागी, घर में वैरागी, घर घर गावण वाला हैं।    कलजुग री आ छाया पड़ी है, कुण नगरों ने वरजण वाला है ओ जी। । गुरुमुखी ज्ञानी जगत माँय थोड़ा, मनमुखी मूढ़ घणेरा है।  ज्ञान की गति यति नहीं जाणे, लम्बे बालो वालों है ओ जी। । बाल राखने मोडाई चाले, पंच केश नहीं ध्याता है।  पाँच तत्व री सार नहीं जाणे, नित नेम नावण वाला है ओ जी। । नहावे धोवे तिलक लगावे, मंदिर जावण वाला है।  निज मंदिर री खबर नहीं जाणे, गळे जनोई री माला है ओ जी । । भेग पहर भगवान ने रिझावे, धरे जोगियों रा बाना है।  नेति धोती री सार नहीं जाणे, बण बैठा पुरुष दिवाना है ओ जी । । भूरनाथ अड़बंका जोगी, सिद्ध का जलवास वाला है।  गुरु कानजी सिमरथ मिलिया , फेरु सिद्धों री माला ओ जी । ।              ⚝⚝⚝⚝⚝ ❤ यह भजन भी देखे   ❤ Bhakt Khada He Dwaar Aap Re Bhajan Lyrics Man Mera Satguru Ka...

Man Mera Ochi Sangat Bhajan Lyrics मन मेरा ओछी संगत ना करिये भजन

मन मेरा ओछी संगत ना करिये.... स्थाई: थरहर फंद रच्यो इण जुग में,  देख देख ने डरिये । काटे फंद हो जाओ बड़भागी,  निरख-निरख पग धरिये, मन मेरा, ओछी संगत ना करिये ॥ गुरां पीरां से डरिये, मन मेरा,  ओछी संगत ना करिये ॥ केळ केवड़ो तीजी बोरड़ी,  एक थाणे नहीं धरिये । अगम पिछम रो वाजे वायरो,  केळ काँटो से डरिये ॥ पाका वृक्ष हुआ पंछी भेळा,  कसवस कसवस करिये। कागों री संग जाय हंसलो बैठो,  बिना मौत से मरिये ॥ चंद्र सूरज भेळी सुकमणा,  नित उठ दर्शन करिये। रामलाल गुण पण्डित गावे,  कळजुग देख ने डरिये ॥           ✽✽✽✽✽ ❤ यह भजन भी देखे   ❤ Nath Amali Re Mharo Babo Amali Bhajan Lyrics Sukarat Ful Gulab Ro Mhari Heli Bhajan Lyrics Shyam Aan Baso Vrandavan Bhajan Lyrics Naath Niranjan Aarti Saajhe Lyrics Santh Padhare Panwana Mhari Heli Bhajan Lyrics

Bega Bega Awo Ni Mataji Bhajan Lyrics बेगा-बेगा आवो नी माताजी भजन

बेगा-बेगा आवो नी माताजी  स्थाई:-  बेगा-बेगा आवो नी माताजी म्हारे आँगणिये।  थांरी नित री जोवां बाट पधारो  आँगणिये।। चौक पुराऊँ ओ माता जी घणा फूटरा।  मैया बाँधू वंदनवार  पधारो  आँगणिये।। भोग बनाऊँ ओ माता जी थारे चूरमा।  थांरी घणी करुं मनवार पधारो  आँगणिये।। फूल मंगाऊँ ओ माता जी थारे मोगरा।  ज्यां रो गूंथूं मैं गलहार  पधारो  आँगणिये।। नित रा मैं गाऊँ ओ माता जी थांरी आरती।  थांरी बोलू मैं जयकार  पधारो  आँगणिये।। इण कलजुग में ओ माता जी थांरो आसरो।  थांरी महिमा अपरम्पार  पधारो  आँगणिये।। दास अशोक री ओ सुणीजो माता वीणती।  म्हाने भव सूं कर दो पार    पधारो  आँगणिये।।                   ✪✪✪✪✪ ❤ यह भजन भी देखे   ❤ Sinvaru Pratham Nit Tumko Bhajan Lyrics Bole Tandura Ra Taar Ramdevji Bhajan Lyrics Fakiri Kayar Su Nahi Bhajan Lyrics Satsanga...

Maharana Pratap Kathe Bhajan Lyrics वो महाराणा प्रताप कठे

वो महाराणा प्रताप कठे..... दोहाः जननी जणे तो एड़ा जण,  जेड़ा राणा प्रताप । अकबर सूतो ओजके,  जाण सिराणे साँप ॥ जननी जणे तो चार जण,  तू मत जणजे चालीस चारूं रण में जूंझता,  वे चारों है चालीस ॥ शूर न पूछे टीपणो,  सुगन न देखे शूर । मरणा ने मंगळ गिणे,  ज्यां रे मुख पर बरसे नूर ॥ स्थाई: मायड़ थारो वो पूत कठे,  वो मेवाड़ी सिरमोर कठे, वो महाराणा प्रताप कठे। हल्दीघाटी में समर लड्यो वो,  चेतक रो असवार कठे ॥ मैं बांच्यो है इतिहासां में,  मायड़ थें एड़ा पूत जण्या । थनपान लजायो नी थारो,  रणधीरा वे सरदार बण्या | बैर्यां रे मन सूं बादीला,  सारा पड़ ग्या उण रे आगे। वो झुक्यो नहीं नर नाहरियो,  अकबर री सेना रे आगे। हिन्दवा सूरज मेवाड़ रतन,  वो महाराणा प्रताप कठे ॥ आ माटी हल्दीघाटी री, लागे केशर और चन्दन हैं। माथा पे तिलक करो इण रो,  इण माटी ने नित वंदन हैं। आ रण भूमि तीरथ भूमि,  दर्शन करवा मन ललचावे । उण वीर शूरमां री यादां,  हिवड़ा में जोश जगा जावे। उण स्वामी भक्त चेतकरी,  टापां री आज आवाज कठे ॥ भाई शक्ति ...

Jo Tharo Manwo Kayo Nahi Mane Bhajan Lyrics जो थारो मनवो कयो नहीं माने भजन लिरिक्स

जो थारो मनवो कयो नहीं माने (धुन:- आदु आदु पंथ निवण ) दोहा:- आया था किस काम को, सोया चादर तान।  सूरत संभल ए गाफिल, अपने आप को पहचान।। स्थाई:-  जो थारो मनवो कयो नहीं माने, दोष गुरां ने मत दीजे रे।  भगती राजी वेय ने किजे।। पर निंदरा कुबद कटारी, ए पहला तज लीजे।  कर श्रद्धा सतगुरुजी रे आगे, हिम्मत हार मत रीजे रे।  भगती राजी वेय ने किजे।। शीश उतार धरो गुरु शरणे, तन मन अर्पण कीजे।  जो थारो मनवो कयो नहीं माने, दोष गुरा ने मत दीजे रे।  भगती राजी वेय ने किजे।। सतगुरु स्वामी मुगति रा दाता, उनका ही शरणां लीजे।  जो थारो मनवो कयो नहीं माने, दोष गुरा ने मत दीजे रे।  भगती राजी वेय ने किजे।। केवे कबीर सुणो भाई संतो ! तुरत तैयारी कर लीजे।  जो थारो मनवो कयो नहीं माने, दोष गुरा ने मत दीजे रे।  भगती राजी वेय ने किजे।।                                   ✪✪✪✪✪ ...

Abh Kese Howe Jagh Mei Jivano Bhajan Lyrics अब कैसे होवे जग में जीवणो भजन लिरिक्स

अब कैसे होवे जग में.....  स्थाई:-  अब कैसे होवे जग में   जीवणो म्हारी हेली, लागा शब्द रा तीर।। घर गयां कामण म्हारी हेली, भाई गिने नहीं भीर।  ज्यां रा मुरसद घरे नहीं म्हारी हेली, नैणां में बरसे नीर।। कर जोड्या कामण खड़ी म्हारी हेली, ओढ़ण बहुरंग चीर।  सतगुरु मिलिया म्हाने सागड़ी म्हारी हेली, आछी बंधाई धीर।। काँई रे बादलिया री छांवली म्हारी हेली, काँई नुगरां री प्रीत।  काँई नाडोल्यां में नावणो म्हारी हेली, पड़ियो समद में सीर।। हर दरियाव अथंग जल भरियो हेली, हंसा चुगे नित हीर।  शबद भलाऊ संग ले चलो म्हारी हेली, कह गया दास कबीर।।                              ❂❂❂❂❂     ❤ यह भजन भी देखे   ❤ Kanuda Ka Dil Loot Le Gyi Gujari Bhajan Lyrics Ek Radha Ek Meera Bhajan Lyrics Chandani Bhadav Ri Beej Ramdevji Bhajan Lyrics Rani Dawa Haath Me Bhajan Lyrics Mati Kedo Matko G...

Khol Aado Khol Mhari Bhajan Lyrics खोल आडो खोल म्हारी भजन लिरिक्स

खोल आडो खोल म्हारी.... स्थाई: खोल आडो खोल म्हारी,  जसोल री धणियाणी ए। भगतों रे अराधे बेगी,  आवो म्हारी जोगमाया ए॥ कलकत्ते री काळी पूजी,  मुम्बई री मम्माई माँ । मण्डोर वाळो भैरू पूज,  आयो म्हारी जोगमाया ए॥ सुन्धा पर्वत पूजी म्हें तो,  चामुण्डा महाराणी ओ। सोनाणा रा भैरूनाथ ने,  पूज्या म्हारी जोगमाया ए ॥ विरात्रा री वांकल पूजी,  जोधाणा री चामुण्डा । बड़ली वाळा भैरूनाथ ने,  पूज्या म्हारी जोगमाया ए॥ भगत मण्डल मैया,  गुण थांरा ही गावे माँ । शरणे आया री लजिया,  राखो म्हारी जोगमाया ए॥             ✽✽✽✽✽ ❤ यह भजन भी देखे   ❤ Gaay Charawa Jau Mhari Maa Bhajan Lyrics Das Gayo Kalo Beri Bhajan Lyrics Sang Chadhe Veer Hanuman Devta Sara Bhajan Lyrics Darshan Deta Jaijo Bhajan Lyrics Dheladi Marag Me kyu Byaahi Bhajan Lyrics

Binjari Ye Hans Hans Bol Bhajan Lyrics बिणजारी ए हँस हँस बोल भजन लिरिक्स

बिणजारी ए हँस हँस बोल  दोहा:- हस्ती बांधा ठाण पे, लश्कर पड़ी पुकार।  दरवाजा जड़िया रया, निकल गया असवार।। स्थाई:-   बिणजारी ए हँस हँस बोल, मीठी मीठी बोल।  प्यारी  प्यारी बोल, बातां थारी रह जासी।  ओ जी म्हाने परदेशी मत जाण,  बातां थारी रह जासी।। कंठी माला काठ की बीरा, जयां में रेशमी सूत।  सूत बिचारा क्या करे, कातण वालो कपूत।। रामा थारे नाम री, मोड़ी पड़ी पहचाण।  कई दिन बीता बालपणे, कई दिन बीता अजाण।। रामा थारे बाग में, लम्बा पेड़ खजूर।  चढ़े तो चाखे प्रेमरस, पड़े तो चकनाचूर।। जैसे चूड़ी काँच की, वैसी नर की देह।  जतन करयां सूं जावसी थोड़ा, हर भज लावो लेह।। पत्ता टूटा डाल से, ले गई पवन उड़ाय।  अबके बिछड़े ना मिले तो, दूर पड़ेंगे जाय।। बालपणे भजियो नहीं, कियो न हरी से हेत।  अब पछताये होत क्या जब, चिड़िया चुग गई खेत।। माखी बैठी शहद पर रे, पंखुड़ियाँ लिपटाय।  उड़ने का सांसा भया रे, लालच बुरी बलाय।। बाळद थारी लद गई रे, टांडो लद गयो भार।  रामानन्द रा भणे कबीरा थूं ...