चित्तौड़गढ़ में बिरजिया है है माँ चित्तौड़गढ़ में बिरजिया है है माँ चित्तौड़गढ़ में बिरजिया है है माँ चित्तौड़गढ़ में बिरजिया है है माँ बाण माँं हंस सवारी आवो भक्ता ने दर्श दिखावो मारे देवल में उजियारो माता खोल भरम रो तालों बाण माता हिरदे करो उजियालो म्हारी माँ हो माँ हो हो माँ।। गहलोत वंश री कुलदेवी है है माँ गहलोत वंश री कुलदेवी है है माँ। लागे धाम आपरो प्यारो लागे धाम आपरो प्यारो। थारा दर्शन करवा आयो थारे चरणा शिश नवायो। माता चित्तौड़गढ़ में आयो म्हारी माँ हो माँ हो हो माँ।। चित्तौड़गढ़ में बिरजिया है है माँ बाण माँं हंस सवारी आवो भक्ता ने दर्श दिखावो मारे देवल में उजियारो माता खोल भरम रो तालों बाण माता हिरदे करो उजियालो म्हारी माँ हो माँ हो हो माँ।। घेरघुमारो घाघरो है है माँ घेरघुमारो घाघरो है है माँ। माँ रे ओढण चीर सवायो बाण माँ ओढण चिर सवयो। बाण माँ ओढण चिर सवयो। मैं कुलदेवी मानावन आयो मैं कुलदेवी मानावन आयो।। मईया लाज राखजो थे तो म्हारी माँ। हो हो हो माँ ।। चित्तौड़गढ़ में बिरजिया है है माँ बाण माँं हंस सवारी आवो भ...