सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

अगस्त 4, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Aawo Ni Padharo Mhare Bhajan Lyrics आवो नी पधारो म्हारे

आवो नी पधारो म्हारे .........   ( धुन :अपने पिया   की मीरा बनी रे )   दोहा :-   धिन धरती आसोतरा , धिन धिन ब्रह्म समाज।               धिन खेतेश्वर बापजी , सारो सब रा काज।। आसोतरा में अमर जोत है , गुरु खेतेश्वर रो नाम।   वैकुण्ठ धाम विराजिया , दाता भक्त करे प्रणाम।। स्थाई :-   आवो नी पधारो म्हारे आँगणिये खेतेश्वर।   मात पिता ओ दाता थे ही गुरुवर , म्हारा प्यारा ओ परमेश्वर।। उग्या सूं आथमतां दाता , खेतेश्वर ने टेरता।   सूतोड़ा सपना में बाबा , खेतेश्वर ने देखता।   प्रेम रा प्याला पाया भर भर कर , म्हारा प्यारा ओ परमेश्वर।। जठे देखूं उठे नजर खेतेश्वर आवता।   घर-घर में और गली-गली में , भजना में गावता।   पार लगावो माने भवसागर , म्हारा प्यारा ओ परमेश्वर।।   प्रेम सूं परोसूं थाने , भाव रा भोजनियाँ।   खेतेश्वर दाता आया , भगता रे आँगणियां।   फुलड़ा बिछावा म्हेँ तो डगर-डगर , म्हारा प्यारा ओ परमेश्वर।। हेत ...