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अप्रैल 10, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Gunati Khole Ne Baare Kaad De Binjara Bhajan गुणती खोले ने बारे

गुणती खोले ने बारे.....  दोहा:- भक्त बीज पलटे नहीं, जो जुग जाय अनन्त।  ऊंच नीच घर अवतरे, वो रहे संत को सन्त।। स्थाई:-  गुणती खोले ने बारे काढ रे बिणजारा, राम रे भजवा री वेला जाय।  गुणती खोलूं तो धोखो उपजे मेलागर, लारे आवे रे थारे वार।। वार करणिया लारे रह गया बिणजारा, गया है वे गंगाजी रे घाट।  हँस ने मुलके ने मुड़े बोलजे मेलागण, हिवड़े पेरावूं नवसर हार।। ऊंची बेड़ावूं बादल महल में मेलागर,  चुड़लो पेरावूं हस्ती दाँत।  थारे जेड़ा रे हाळी बालदी बिणजारा, नोखता घोड़लियो वाली लाद।। सेर-सेर सोनो मैं तो पहरती बिणजारा,  मरती मोतिड़ां भारो भार।  सोना रा पालणा में हींडती बिणजारा, दासियाँ ढोळती रे वाव।। मत कर धनवन्ती धन रो गाड रे बिणजारा, नहीं रे आवेला थारे काम।  घड़ियक झोलो वाजियो बिणजारा, होगी मैं घर-घर री पणिहार।। अब तो बिणजारा री बोली छोड़ दे मेलागर, खोमद के ने बतलाव।  शायर नीर सरीखा दीकरा बिणजारा, चनण सरीखा भरतार।। कोई छत्रि वे तो सांभलो भाइडां, बिणजारे पकड़ी अठे गाय।...

Neeli Nimadi Re Jinhra Bhajan Lyrics नीली नीम्बड़ी रे, जिणरा

नीली नीम्बड़ी रे, जिणरा.....  स्थाई:-  नीली नीम्बड़ी रे, जिणरा झरमरिया सा पान।    झरमरिया सा पान  जिणरा, हरिया हरिया पान।। मोहन पांवणो रे, म्हारे घर जीमण बेगो आय।  म्हे तो जीमसूं रे, म्हारी राधा के घर जाय।  राधा के घर जाय, प्यारी  राधा के घर जाय   । ।  किशन पांवणो रे, म्हारे घर नहावण बेगो आय।  म्हें तो नहावसूं रे,  म्हारी राधा के घर जाय।। मोहन पांवणो रे, म्हारे घर पोढ़ण बेगो आय। म्हेँ तो पोढसूं रे,  प्यारी  राधा के घर जाय   । ।  किशनजी पांवणो रे, म्हारे घर झूलण बेगो आय। म्हें तो झूलसूं रे, म्हारी राधा के घर जाय।। किशन जी आवजो रे, थांरी चन्द्रसखि बिलखाय।  उडीकूं एकली ओ, म्हाने दीजो दर्श दिखाय।।                     ✪ ✪ ✪ ✪ ✪    यह भजन भी देखे  Saiya Satguru Bhal Aaya सइयां ! सतगुरु भल आया ए Meh To Aya Sharan Tihari मैं तो आयो शरण तिहारी Chale To Le Chalu Vanh Desh चाले तो ले च...