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दिसंबर 5, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Apani Jannat Ko Khuda Ke Liye Bhajan Lyrics अपनी जन्नत को खुदा के लिए

अपनी जन्नत को खुदा के लिए.....  स्थाई:-  अपनी जन्नत को खुदा के लिए दोजख न बना।  अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा, दिल न दुखा।  मेरे मालिक मेरे आका, मेरे मोला ने कहा।  अपने माँ बाप का तू  दिल न दुखा, दिल न दुखा।। बाप के प्यार से अच्छी कोई दौलत क्या है।  माँ का आँचल जो सलामत है तो जन्नत क्या है।  ये है राजी तो नबी राजी है, राजी है खुदा।  अपने माँ बाप का तू  दिल न दुखा, दिल न दुखा।। इनकी ममता ने बहरहाल संभाला तुझको।  किस कदर प्यार से माँ बाप ने पाला तुझको।  रहमत-ए-मौला से कुछ काम नहीं साया इनका।  अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा,  दिल न दुखा।। जब भी देखा तुझे प्यार से देखा माँ ने।  खून-ए-दिल दूध की सूरत में पिलाया माँ ने।  तूने इस प्यार के बदले में उसे कुछ न दिया।  अपने माँ बाप का तू दिल न दुखा,  दिल न दुखा।। हर मुसीबत से बचाया, ये करम है के नहीं।  बोलना तुझको सिखाया, ये करम है के नहीं।  कैसे पाला तुझे माँ बाप ने, क्या तुझको पता।  अप...

Bido Uthayo Hanuman Hathilo Bhajan Lyrics बीड़ो उठायो हनुमान हठीलो

बीड़ो उठायो हनुमान हठीलो.....  दोहा:- हनुमत तेरी धाक से, धूजे लंका कोट।  तुम पायक श्री राम के, थारे पेरण लाल लंगोट।। स्थाई:-  बीड़ो उठायो हनुमान हठीलो, बीड़ो उठायो राजाराम रो।  आज भला अंजनी रो जायो,  बीड़ो उठायो राजाराम रो। । पाँच पानां रो बीड़ो रे बणायो,  भरी सभा में फेर् यो जी।  उण बिड़ला ने कोई नहीं झेल्यो, हनुमत हाथ उठायो जी। । बीड़ो उठायो मुख में दबायो, चरणां शीश निवायो जी।   कर किलकारी कूद गया सागर, पिणघट आसन लगायो जी। । पाणी री पणिहार् यां बोली, कौण जिनावर आयो जी।  जिण देश री सीता कहिजे, उण देश रो वानर आयो जी। । इतरी बात सुणी हनुमत ने, नवल बाग़ में आयो जी।  जिण वृक्ष निचे सीता बैठी, ला मुंदड़ी छिटकायो जी। । देख  मुंदड़ी झुरवा ने लागी, कौण जिनावर आयो जी।  तुलसीदास आस रघुवर की, नैणां नीर भर आयो जी। ।              ✽✽✽✽✽ यह भजन भी देखे  Guru Ne Mangai Chela Vahi गुरु ने मंगाई, चेला वही Fakiri Jivat ...