सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

Aawo Ni Padharo Mhare Bhajan Lyrics आवो नी पधारो म्हारे


आवो नी पधारो म्हारे ......... (धुन :अपने पिया की मीरा बनी रे ) 


दोहा :- धिन धरती आसोतरा , धिन धिन ब्रह्म समाज। 
           धिन खेतेश्वर बापजी , सारो सब रा काज।।

आसोतरा में अमर जोत है , गुरु खेतेश्वर रो नाम। 
वैकुण्ठ धाम विराजिया ,दाता भक्त करे प्रणाम।।

स्थाई :- आवो नी पधारो म्हारे आँगणिये खेतेश्वर। 
मात पिता ओ दाता थे ही गुरुवर, म्हारा प्यारा ओ परमेश्वर।।

उग्या सूं आथमतां दाता , खेतेश्वर ने टेरता। 
सूतोड़ा सपना में बाबा , खेतेश्वर ने देखता। 
प्रेम रा प्याला पाया भर भर कर, म्हारा प्यारा ओ परमेश्वर।।

जठे देखूं उठे नजर खेतेश्वर आवता। 
घर-घर में और गली-गली में, भजना में गावता। 
पार लगावो माने भवसागर, म्हारा प्यारा ओ परमेश्वर।। 

प्रेम सूं परोसूं थाने, भाव रा भोजनियाँ। 
खेतेश्वर दाता आया, भगता रे आँगणियां। 
फुलड़ा बिछावा म्हेँ तो डगर-डगर, म्हारा प्यारा ओ परमेश्वर।।

हेत रे हलारिये, हुलरावा गुरुदेव ने। 
प्रेम रे पालणिये झुलावा गुरुदेव ने। 
गुण तो गावां दाता सारी उमर, म्हारा प्यारा ओ परमेश्वर।।

मन में बसिया ओ म्हारा जोगी अलबेला। 
खेतेश्वर गुरु में तो बणिया थारा चेला। 
दास गोपाल कहे बाबा ने सुमर, म्हारा प्यारा ओ परमेश्वर।।
                 ❂❂❂❂❂

यह भजन भी देखे 

Bhuriya Baba Bhajan Lyrics भूरिया बाबा

Beta Shravan Panido Pilay बेटा श्रवण पाणीड़ो पिलाय

Dholi Dholi Re Dhwaja धोळी-धोळी रे धजा फरुखे रे

Deenanath Meri Baat Chani Koni Tere Se दीनानाथ, मेरी बात, छानी कोनी तेरे से

Paav Me Ghungharu Bandh Ke Naache Bhajan Lyrics पाव में घुंगरू बाँध के नाचे

CLOSE ADS
CLOSE ADS

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

Baras Baras Mhara Indra Raja Bhajan बरस बरस म्हारा इंद्र राजा

।।   बरस बरस म्हारा इंद्र राजा ।। बरस बरस म्हारा इंद्र राजा तेजाजी का मेला में , बरस बरस म्हारा इंद्र राजा तेजाजी का मेला में , जाटा जी बुलावे राजा देव रे ओलमा , पलका बिछाई थारा दहेला में , बरस बरस म्हारा इंद्र राजा तेजाजी का मेला में , गुर्जरजी बुलावे राजा देव रे   ओलमा , फुलड़ा लाइजे भर थेला में , बरस बरस म्हारा इंद्र राजा तेजाजी का मेला में , मीणाजी बुलावे राजा देव रे ओलमा , करो प्रकट धेन धेला में , बरस बरस म्हारा इंद्र राजा तेजाजी का मेला में , सोहन सिंह गावे प्रहलाद बनावे , भजन सुरीला कैसेट अल्फ़ा में , बरस बरस म्हारा इंद्र राजा तेजाजी का मेला में ,                        ✽✽✽✽✽ यह भजन भी देखे  ऊँचो भवानी थांरो देवरो Uncho Bhawani Tharo Dewaro Lok Laaj Dinhi Khoy Fakiri लोक लाज दीन्ही खोय फकीरी Ganesh Ji Aarti श्री गणेशजी की आरती काली कमली वाला मेरा यार है Kali Kamali Wala Mera Yaar Hai Guru Gyaani...

Mana Thari Umar Jawe Re Bhajan मना थारी उमर जावे रे

मना थारी उमर जावे रे.....  दोहा:- माया काया पांवणी, और कन्या घर होय।  राख्योड़ी रेवे नहीं, ए उठ चले पथ खोल।। स्थाई:-  मना थारी उमर जावे रे,    मना थारी उमर जावे रे।  आछा दिन थारा बीत गया, चोखा  दिन थारा बीत गया, दिन अबका आवे रे,  मना थारी उमर जावे रे। । मात-पिता सुण कामणी, माया भरमावे रे।  करी कमाई थारी खोस लेवेला, पीछे पछतावे रे। । मोह माया री नींद में, काँहि सुख भर सोवे रे।  रतन पदारथ मानखो, विरथा  काँहि खोवे रे। । माया विष री वेलड़ी, तांता पसरावे रे।  बाजीगर रा बांदरा ज्यूं, नाच नचावे।। ओ संसार मृग जल भरियो, हाथ नी आवे रे।  भटकत फिरे उजाड़ में, थारो जीव तरसावे रे। । सन्त बड़ा परमारथी, सुण ज्ञान बतावे रे।  सीधे रस्ते चालणो, सिमरथ समझावे रे। ।                         ✽✽✽✽✽    यह भजन भी देखे  Udata Pankheru Vivah Mandiyo उड़ता पंखेरू विवाह मांडियो Sambhalo Ni Sayal Ramdevji साम्भलो...

Hirani Ubhi Araj Kare Bhajan हिरणी उभी अरज करे

हिरणी उभी अरज करे ( धुन:- दलाली हीरा लालन की  ) स्थाई:- ओ म्हारे पियाजी रा प्राण बचाय,  हिरणी हरी ने अरज करे।  ओ म्हारे समदर में डूबी जावे जहाज,  हिरणी उभी अरज करे।। बाबरिया ने बाबर बांधी,  चौसठ बंध लगाय।  हिरण्यां कूद जंगल में ठाड़ी,  मिरगा रो फँस गयो पाँव।। हिरणी उभी अरज करे।। कहे मिरगलो सुण ए मिरगली,  तू गाफल मत होय।  तू तो कूद जंगल में रळ जा,  हरी करे सोई होय।। हिरणी उभी अरज करे।। तीन पाँव पर खड़ी मिरगली,  हरी सूं हेत लगाय।  हरी रो तो सिंहासन डोल्यो,  बावरिया ने विष खाय।। हिरणी उभी अरज करे।। टूटी डोर बंध हुआ ढीला,  मिरगा रो खुलियो पाँव।  कहे कबीर सुणो भाई साधो,  जोड़ी मिलाई भगवान्।  हिरणी उभी अरज करे।।                ⚝⚝⚝⚝⚝ यह भजन भी देखे  Gaiye Ganpati Jag Vandan गाइए गणपति जग वंदन Bina Niwan Kun Tiriya बिना नीवन कुन तीरिया kelasho Re Mae Re कैलाशो रे माँय रे Jivada Amal Kalje Lago जिवड़ा ...