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Santo Re Mukh Par Barse Noor Bhajan Lyrics संतो रे मुख पर बरसे नूर



संतो रे मुख पर बरसे नूर 

दोहा:- संत मिल्यां इतना टले, काल जाल जम चोट। 
शीश नमायां गिर पड़े, लख पापन की पोट।।

स्थाई:- संतो रे मुख पर बरसे नूर, राज मोरी सईयाँ ए। 
राज मोरी सईयाँ ए, सतगुरु मिले तो बातां म्हें करां जी। 
ज्ञानी गुरु मिले तो बातां म्हें करां जी।।

नदियों रे आगे नाला क्या करे जी। 
सावण रे पेली सुख जायराज मोरी सईयाँ ए।।


शूरां रे आगे कायर क्या करे जी। 
भिड़ता ही पहला भग जायराज मोरी सईयाँ ए।। 

पूरा गुरु रा लीजो वारणा जी। 
अधुरा सूं अलगा रहीजो दूरराज मोरी सईयाँ ए।।

दास अक्खो जी विनती कर रया जी। 
सन्तां रो अमरापुर में वासराज मोरी सईयाँ ए।।
                ❂❂❂❂❂


Sanwara Thaari Maya Ro सांवरा थारी माया रो

Ramdevji Ro Byaav Mandyo रामदेवजी रो ब्याव मंड्यो

Apani Jannat Ko Khuda Ke Liye अपनी जन्नत को खुदा के लिए

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Satguru Kripa Kini सतगुरु किरपा कीनी

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