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Santo Pura Guru Ti Fal Paawe Bhajan Lyrics संतो ! पूरा गुरु ती फल पावे




संतो ! पूरा गुरु ती फल पावे 

स्थाई:- तेरा तुझमें तू ही उसमें, क्यूंपाखण्ड बनावे। 
             पेहरे भेख भरम रा भाखर, यूं मुक्ति नी पावे,
             संतो! पूरा गुरु ती फल पावे।।

गुरु बिन आप धणी नहीं मिलसी, गाफल गोता खावे। 
संतो! पूरा गुरु ती फल पावे।।

सामरथ गुरु सौंसा सब मेटे, निज मन होय जावे। 
लट भमरे री गत होय जावे, भेला ही उड़ जावे,
संतो! पूरा गुरु ती फल पावे।।


आप ही समझें औरो ने समझावे, भूला ने अरथ बतावे। 
जल में डूबा जल में पकड़े, दूराई कीदा जावे,
संतो! पूरा गुरु ती फल पावे।।

स्वारथ कारण चेला मूड़े, घर घर ढोंग मचावे। 
वे आशा सूं जावे नारगी, नुगरा नारेल चढ़ावे,
संतो! पूरा गुरु ती फल पावे।।

बालीनाथ जी सतगुरु मिल्या, दया धरम रे झेलावे। 
अजमल सुत रामदेवजी बोले, मन तो ब्रह्म मिलावे,
संतो! पूरा गुरु ती फल पावे।।
                           ❂❂❂❂❂

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